फार्मेसी क्या है ? बी-फार्मा और डी-फार्मा अंतर है ? | what is pharmacy ? |difference between b-pharma and d -pharma |
फार्मेसी क्या है ? बी-फार्मा और डी-फार्मा अंतर है ? |
फार्मेसी क्या है ?what is pharmacy ?
फार्मेसी दवाओं की तैयारी ,वितरण ,समीक्षा और क्लिनिक सेवा प्रदान करने की तकनीकी और विज्ञान को कहते है।
फार्मेसी दो तरीके की होती है।
- बी -फार्मा
- डी -फार्मा
बी -फार्मा और डी-फार्मा में अंतर | b pharma Vs d pharma
दोनों में अंतर समझने के लिए पहले दोनों विषय के बारे में जानने की जरूरत है ,आईये तो हम एक एक कर समझते है।
बी -फार्मा (B - Pharma OR Bachelor Of Pharmacy ) :
यह ग्रैजुएशन स्तर पर फार्मेसी का प्रोग्राम है ,इसका फुल फॉर्म है - बैचलर ऑफ़ फार्मेसी .
यह दो तरीके से की जाती है :-
- Regular B- pharma (12 वी पास करने के बाद )
- Lateral entry in B-Pharma (D -pharma के बाद किया जाता है )
- D -pharma करने के बाद आप B -pharma के दुसरे वर्ष में सीधे प्रवेश कर सकते है।
- बी -फार्मा(Regular) की अवधि 4 साल की होती है ,और बी -फार्मा (Lateral entry ) की अवधि 3 साल की होती है।
बी -फार्मा के लिए योग्यता :
(Regular b-pharma)-उमीदवार को साइंस स्ट्रीम से बारहवीं कक्षा पास की हो और बारहवीं के अनिवार्य विषयो में PCM या PCB में 50-60 % जरूर हो।
(lateral entry B-Pharma)- D-pharma में 45 % जरूरी है लेकिन रिज़र्व कैंडिडेट्स या रिज़र्व सीट्स के लिए छूट भी दी जाती है ,SC ,ST के लिए 40 % जरूरी है।
- बी-फार्मा में एडमिशन की प्रक्रिया :
- बी-फार्मा करिकुलम : आपको साल भर में 6 -12 विषय को शामिल/कवर करना होता है और उनकी तैयारी को देखने के लिए साल के अंत में मई -जून में वार्षिक परीक्षा लेती है ,अब तो कही कही यह परीक्षा समेस्टर के अंत में ही देखने को मिल जायेगा।
- बी-फार्मा का दायरा /स्कोप : इस कोर्स को करने के बाद दोनों सेक्टर में जॉब कर सकते है ,सरकारी और प्राइवेट दोनों में। इस कोर्स को करने के बाद आप ड्रग इंस्पेक्टर , upsc exam , SSC exam जैसे ग्रेजुएट लेवल एग्जाम दे सकते है।
- बी-फार्मा
करने के बाद आप उच्च अध्यन के लिए भी जा सकते है जैसे -ग्रेजुएट M S
PHARMA ,M -Pharma ,Pharma D ,MBA pharma जैसे उच्च स्तरी अध्यन कर सकते
है।
डी -फार्मा ( D -Pharma OR Diploma in Pharmacy ) :
यह डिप्लोमा स्तर का एक कोर्स है ,इसका फुल फॉर्म है - डिप्लोमा ऑफ़ फार्मेसी।
डी -फार्मा कोर्स की अवधि 2 साल की होती है , जिसमे 4 समेस्टर होते है , जिसमे फार्मेसी और फार्मास्युटिकल साइंस की मूल सिद्धांत पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
यह कोर्स में एडमिशन आमतौर पर बारहवीं के नंबर आधार पर होती है लेकिन कुछ टॉप इंस्टीटूट्स भी इसके लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करवाते है। कुछ कॉलेज में आपको प्राइवेट में ही आपका एडमिशन हो जाता है और उससे आपको डिग्री मिल जाएगी ,
- डी -फार्मा करिकुलम : डी -फार्मा में भी तयारी आंकने के लिए बी फार्मा जैसे ही परीक्षा होती है ,बस इसमें साल भर में सिर्फ 6 विषय ही शामिल किये जाते है।
बी-फार्मा और डी-फार्मा कोर्स का दायरा | Scope of b pharma :
इस कोर्स को करने के बाद भी आप दोनों सेक्टर में जॉब कर सकते है ,सरकारी और प्राइवेट दोनों में .
- गवर्नमेंट सेक्टर में : हॉस्पिटल ,क्लिनिक ,रेलवे ,और आर्म्ड फोर्सेज में भी नौकरी मिल सकती है।
- प्राइवेट सेक्टर में : Pharmaceutical companies & hospital में काम करने का अवसर मिल सकता है।
- बी-फार्मा में : गवर्नमेंट इंस्टीटूट्स में (40 -60 हज़ार तक ) और प्राइवेट इंस्टीटूट्स में (80 हज़ार से 1 लाख तक।
- डी -फार्मा में : गवर्नमेंट इंस्टीटूट्स में(10 -15 हज़ार तक ) और प्राइवेट इंस्टीटूट्स में (40 -50 हज़ार )
- Amity university -- Noida
- Integral University--Lucknow
- Sam Higginbottom university of agriculture technology and science - Allahabad
- Banaras Hindu university - varanshi
- IIT BHU-Indian institute of technology - varanashi
- Aligarh muslim university - Aligarh
- INMANTEC institution - Ghaziyabaad
- Teerthankar mahaveer university - muradabaad
- Nirmala group of institution - mathura ,
- SR college of pharmacy - jhanshi
- SD college of pharmacy and vocational studies - muzafaarnagar
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