प्लास्टिक की बोतल के प्रभाव


प्लास्टिक की बोतल के प्रभाव | HARMS OF PLASTIC WATER BOTTLE |

प्लास्टिक की बोतल के प्रभाव
प्लास्टिक की बोतल के प्रभाव



 

BY-Divyanshu verma 


प्लास्टिक की बोतल में पानी पिने का बढ़ता चलन :-


 आज आपको पता है कि  2018 में हुए एक सर्वे में  पता चला कि  पूरे विश्व में बोतल में पानी पीने का चलन तेज़ी से  बढ़ रहा है लगभग 391 बिलियन लीटर पानी प्रति वर्ष या 1 मिलियन पानी प्रति मिनट की दर से बढ़ रहा है। अब आप समझ ही  गए होंगे की इसका प्रयोग कितनी तेजी से बढ़ रहा है और इसका  प्रयोग करना लाजमी  भी है क्योंकि इसके कुछ प्रमुख कारण भी हैं :-

  1. प्लास्टिक की बोतल के पानी को चलते फिरते ले जाने ,ले आने में और पीने में सुविधा जनक होता है। 
  2. कुछ लोगों को तो इसका स्वाद ही ज्यादा पसंद आता है क्योंकि इसमें से कुछ तत्त्व व खनिज को निकाल लिए जाता है (जैसे - क्लोरीन और अन्य तत्त्व ) जिससे यह पानी नल के पानी से हल्का भी माना  जाता है। 
  3. उच्च गुणवत्ता ,सर्व जगह उपलब्धता ,स्वाद और शुद्धता  के लिए लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं 
  4. कुछ लोग फैशन को मानते हुए  इसका प्रयोग करते हैं। 
लेकिन प्लास्टिक की बोतल  प्रयोग करने वाले ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके हानिकारक प्रभाव के बारे में तो  पता ही नहीं  है और वे  इसका प्रयोग सबसे ज्यादा शुद्ध मानकर  करते जा रहे है। 

अगर आप भी पानी पीने के लिए प्लास्टिक की बोतल का प्रयोग करते हैं तो आप भी सतर्क हो जाइए क्योंकि जो प्लास्टिक की बोतल होती है वह एक समय के बाद अपने अंदर से  विभिन्न प्रकार के नुक्शानदायक रासायनिक पदार्थ निकालना  शुरू कर देती है उस समय इसका प्रयोग करना बहुत ज्यादा नुक्शानदायक साबित हो सकती है और एक समय आने के बाद ये रासायनिक पदार्थ निकालना शुरू कर देती है। 





 

प्रश्न 01 - क्या प्लास्टिक की  बोतल का भी एक्सपायरी तारीख होती है ?

 उत्तर - हां,प्लास्टिक बोतल की भी एक्सपायरी तारीख होती है आप उसे बोतल के ऊपर देख सकते है ,और बोतल को लेने से पहले ध्यान से देख ले उसके बाद ही उस पानी की बोतल को ख़रीदे ,उस तारीख के बाद उसमे से कुछ रासायनिक अंश निकल कर पानी में घुल जाता है और उसे सेवन करने पर हमे नुकशान पहुचाता है। 

प्रश्न 01 - यह प्लास्टिक की बोतल हमे कैसे नुकशान पहुँचाती है ?

 उत्तर - जब प्लास्टिक की बोतल एक्सपायरी तारीख को पार कर देती है उसके बाद उसमे से कुछ रासायनिक अंश बाहर के तापमान या गर्म चीज को प्लास्टिक की बोतल में रखने की वजह से बाहर निकल कर पानी में घुल जाते है और जब हम उस पानी का सेवन करते है तो हमे अपने अंदर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते है। 

 आईये अब हम विस्तार में देखते है की इस प्लास्टिक की बोतल हमे किस तरह के प्रभाव पंहुचा सकते है। 

 


पानी की प्लास्टिक की बोतल का सेवनकर्ता पर प्रभाव :  

 

बोतल में मौजूद BPA (बिस्फेनॉल ए ) रसायन को कैंसर का मुख्य कारण  मन जाता है।जैसे- स्तन कैंसर या Breast Cancer. 

BPA के और भी प्रभाव है जैसे -यह एस्ट्रोजन व सेक्स हार्मोन को बाधित करता है और शरीर की बाकी हार्मोन की क्रियाओं को भी बाधित करता है। (थाइरोइड हॉर्मोन )

गर्भपात का भी खतरा बढ़ जाता है और गर्भ में पल रहे बच्चे के विकाश और स्वास्थ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 

 ये रसायन BPA और PHTHALATES  पुरुष प्रजननं क्षमता को भी कम करता है।

कुछ रिसर्च में तो यह भी पता चला की यह मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों को भी बढ़ावा देता है। 

 

 प्लास्टिक बोतल का पर्यावरण पर दुष्प्रभाव :




 

प्लास्टिक की बोतल सिर्फ पिने वालो को ही नहीं प्रभावित करता बल्कि यह हमारे पर्यावरण को भी प्रभावित करता है। आप सोच रहे होंगे की एक प्लास्टिक की बोतल हमारे पर्यावरण को कैसे नुकशान पंहुचा सकती है ? जब कभी भी आप पानी या कोल्ड ड्रिंक का सेवन करते है तो आप उसे ऐसे ही कही फेक देते होंगे या कुछ लोग उसे पुनःनिर्मित करने के लिए बेच देते होंगे ,लेकिन एक सच जो आपको जानना चाहिए 

कि कुछ वर्ष पूर्व  एलेन मैक फाउंडेशन के द्वारा UK में हुई शोध में यह पता चला है की पूरी बोतल के उत्पादन का 86 % तक बोतल का पुनर्निर्मित नहीं किया जाता उसे ऐसे ही जमीं के अंदर या फिर समुन्द्र में फेक दिया जाता है। 

प्लास्टिक की बोतल कभी भी नष्ट न होने वाली चीजे है यह शालो-शाल और दशकों-दशक यही पड़ी रहेगी तो हमे कई तरह से प्रभावित करेगी। 

  • वह प्लास्टिक की बोतल जब जमीन के अंदर होगी तो वह वातावरण के तापमान के कारण से उसके केमिकल्स बाहर निकल कर मिटटी को दूषित और बंजर करेंगे उसकी उपजाऊपन को भी नष्ट करेंगे।

  •  उसी मिटटी में उपजाए गए पौधे के फल में भी उसके अंश आ जाते है और उसी माध्यम से हमारे शरीर में पहुंच कर हमे नुकशान पहुंचते है। 


  •  जब वही केमिकल्स भूजल को भी दूषित करेंगे और हम उसे नल या मोटर से निकाल कर पीते है तो वह हमारे स्वास्थ को भी प्रभावित करता है।



निष्कर्ष : अब अगर आप लोग परेशानी  को समझ गए होंगे तो अब आप सभी समाधान को ढूढ रहे होंगे ,

इस परेशानी से निजात पाना है तो आपके पास दो रास्ते हैं ,आप प्लास्टिक की बोतल को छोडकर स्टेनलेस स्टील बोतल में पानी पिए या ऐसे प्लास्टिक पानी की बोतल का प्रयोग जिनमें BPA बहुत कम हो या न के बराबर हो। 



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