कुटीर उद्योग क्या हैं | कुटीर उद्योग के महत्व | भारत में कुटीर उद्योग | लघु व कुटीर उद्योग में अंतर | What is cottage Industry | its feature , cottage industry in India
कुटीर उद्योग का अर्थ व परिभासा | kutir udyog meaning
कुटीर उद्योग ऐसा उद्योग जो परिवार के सदस्यों द्वारा या स्वयं से ही घर में ही संचालित होता है और इसमें सिर्फ ( menpower ) हाथ से ही कार्य कर उत्पादन किया जाता है।
- इसमें किसी भी प्रकार की मशीनों का प्रयोग नहीं होता है , ऐसे छोटे उद्योग को ही कुटीर उद्योग कहा जाता है।
कुटीर उद्योग किसी भी देश के लिए किसी भी विकासशील देश के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है वह देश की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करता है।
भारत में पूंजी का अभाव व श्रम की अधिकता है।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य भारत में कुटीर व लघु उद्योग धंधों का एवं उनके महत्व का क्रमबद्ध अध्ययन करना एवं विकास करना है।
कुटीर उद्योग के भाग :
कुटीर उद्योग दो भाग में विभाजित है , पहला ग्रामीण कुटीर उद्योग और दूसरा सहरी कुटीर उद्योग।
ग्रामीण कुटीर उद्योग भी दो भागों में विभाजित है पहला कृषि कुटीर उद्योग और दूसरा कौशल कुटीर उद्योग
कुटीर उद्योग के फायदे | Kutir udyog ke laabh v fayde :
कुटीर उद्योग के फायदे यह निम्नलिखित हैं :-
- रोजगार के अवसर में बढ़ोतरी।
- लोगों को स्वावलंबी बनाना
- देश की आर्थिक स्थिति को सुधारना
- लोगों की आय में वृद्धि
- आय में वृद्धि से लोगों के जीवन स्तर को विकसित करना।
कुटीर उद्योग के विशेषताएं :
- इसमें श्रमिकों को घर छोड़कर नहीं जाना पड़ता क्योंकि कुटीर उद्योग घर में ही और परिवार के साथ ही संचालित किया जाता है
- इस उद्योग में पूंजी का निवेश कम से कम होता है और अधिक लाभ प्राप्त होने की संभावना होती है
भारत के राज्यों में प्रचलित कुटीर उद्योग |
भारत में राज्य - गुजरात में कुटीर उद्योग जैसे - दूध आधारित उद्योग , हैंडलूम और तिलहन आदि उद्योग बड़ी मात्रा में प्रचलित है।
भारत के राज्य - राजस्थान में पत्थर काट कर मूर्तियां बनाने व हस्तशिल्प और कालीन उद्योग यहां पर प्रचलित हैं।
उम्मीदों का प्रदेश उत्तर प्रदेश - हैंडलूम ,दुग्ध और पशुपालन , गुड़ व खाण्डसारी का उत्पादन व कालीन का व्यापार प्रचलित है।
उद्योग के आइडियाज या बिजनेस कॉटेज इंडस्ट्री :
निचे कुछ उद्योग के नाम दिए गए हैं जो आसानी से घर में ही संचालित किया जा सकता है और एक अच्छा पैसा कमाया जा सकता है
- मुर्गी पालन का उद्योग
- अगरबत्ती बनाने का उद्योग ,
- गाय या भैंस भेड़ बकरी पालने का उद्योग
- साबुन बनाने का उद्योग
- पापड़ बनाने का उद्योग
- फर्नीचर बनाने का उद्योग
- टिफिन बनाने का उद्योग
- मसाला निर्माण उद्योग
- मिट्टी के बर्तन बनाने उद्योग
- आचार बनाने का उद्योग
भारत में कुटीर उद्योग | cottage Industry in INDIA :
Conclusion :
आशा करता हूं , आपको यह आर्टिकल कुटीर उद्योग क्या है पसंद आया होगा और आपको इसमें कुटीर उद्योग से जुड़े सभी पहलुओं को जानने को मिला होगा .
विनम्र निवेदन : मेरा मानना है कि हम सबको मिलकर कुटीर उद्योग को बचाना होगा क्योंकि कुटीर उद्योग एक ऐसा उद्योग है जिसमें हमारे देश के ज्यादा से ज्यादा युवा सम्मिलित हैं और वे अपनी जीवनी उसी के माध्यम से चला रहे हैं तो जिस वजह से हमें उनका सहयोग इनके द्वारा उत्पादित किए गए प्रोडक्ट का उपयोग करना चाहिए।
उन्हें आर्थिक रूप से मदद देनी चाहिए जिससे वह भी फल-फूल सके , नई मशीनों के आगे यह उद्योग नष्ट होते दिख रहे हैं। हमें इनको उजागर करने की जरूरत है हम सबको अपने गली मोहल्ले आसपास के लोगों द्वारा हाथ से बनाई गई चीजों का प्रयोग करना चाहिए इससे हमारे यहां की संस्कृति व कार्यशिल्प भी बचा रहेगा।
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